एक भाषा मॉडल के रूप में, चैटजीपीटी भाषा प्रसंस्करण से संबंधित विभिन्न प्रकार के कार्य कर सकता है, जैसे: सवालों के जवाब देना: चैटजीपीटी विज्ञान, इतिहास, भूगोल, मनोरंजन आदि सहित विभिन्न विषयों पर व्यापक श्रेणी के सवालों के जवाब दे सकता है। यह किसी दिए गए विषय या संकेत पर सुसंगत, मानव जैसा पाठ उत्पन्न कर सकता है। यह निबंध लिखने, कहानियाँ लिखने या यहाँ तक कि ईमेल लिखने जैसे कार्यों भी सकता है। यह एक भाषा से दूसरी भाषा में अनुवाद कर सकता है। ChatGPT मनोभाव विश्लेषण यानी Sentiment analysis भी कर सकता है अर्थात ChatGPT किसी पाठ का विश्लेषण कर सकता है और यह निर्धारित कर सकता है कि व्यक्त की गई भावना सकारात्मक, नकारात्मक या तटस्थ है या नहीं। कुल मिलाकर, चैटजीपीटी भाषा प्रसंस्करण के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है और इसका उपयोग चैटबॉट्स और आभासी सहायकों से लेकर सामग्री निर्माण और अनुसंधान तक कई प्रकार के अनुप्रयोगों में किया जा सकता है।चैटजीपीटी की काबिलियत को देखते हुए यह चर्चा पहले से ही चल रही है कि इससे कई लोग बेरोजगार हो सकते हैं ।
चैट जीपीटी की बहुत सारी खासियत है हैं और इसका अनुप्रयोग असीमित है सूचनाएं प्रदान करने में यह गूगल से भी कहीं ज्यादा शक्तिशाली है परंतु यहां हम बात इसकी काबिलियत की नहीं इससे आने वाली समस्याओं के बारे में कर रहे है , तकनीक के अपने फायदे और नुकसान होते हैं क्योंकि फायदे अधिक होते हैं इसलिए नुकसान पूर्ण तरीके से स्पष्ट नहीं हो पाते हैं , चैट जीपीटी के आने से जहां बहुत फायदे हैं वही इससे एक बड़ा खतरा पैदा हो गया है और वह है नौकरी जाने का खतरा । कंपनी के CEO सैम अल्टमैन ने भी इस बात के संकेत दिए हैं कि AI चैटबॉट एक खास वर्ग की नौकरियों को खत्म कर सकता है।
ChatGPT के आने के बाद पूरी दुनिया में लगातार इस बात की चर्चा चल रही है कि क्या ये तकनीक लोगों की नौकरियां खा जाएगी हालांकि एक खास पेशे में काम करने वाले लोगों के लिए एक बड़ा खतरा पैदा हो गया है,आइए देखें कि वह कौन सी फील्ड है जिसमें काम करने वालों को सावधान रहने की जरूरत है ।
अमेरिकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च फर्म और चैटजीपीटी डेवलपर OpenAI के सीईओ साफतौर पर मानते हैं कि एक ऐसी जॉब है, जिसपर चैटजीपीटी का सीधा असर पड़ेगा. उनके मुताबिक कस्टमर्स सर्विस वो फील्ड है जिसमें काम करने वाले लोगों के लिए चैटजीपीटी सबसे बड़ा खतरा है. आने वाले समय में कंपनियां लोगों की बजाय AI चैटबॉट से काम ले सकती हैं।
सैम अल्टमैन ने खतरा जताया कि आर्टिफिशियल टेक्नोलॉजी काफी तेजी से हालात बदल सकती है, अगर ऐसा होता है तो कई लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीईओ ये भी मानते हैं कि इंसान के पास टैलेंट की कोई कमी नहीं है इंसान इस खतरे से निपटने का कोई ना कोई तरीका जरूर खोजे लेगा टेक्नोलॉजी में हुए कई बदलावों का इंसान ने बखूबी से सामना किया है ।
स्रोत: विभिन्न वेबसाइट ,न्यूज़ पोर्टल ,इंटरनेट
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