शिक्षा में माता-पिता की संलग्नता ।
1. कोर्स परिचय :
शिक्षा में माता-पिता की संलग्नता बहुत महत्वपूर्ण होती है। माता-पिता अपने बच्चों को सही दिशा देते हुए उन्हें स्कूल भेजते हैं ताकि वे शिक्षा के जरिए अपने भविष्य के लिए तैयार हो सकें।माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल में अनुशासन और नैतिक मूल्यों को समझाते हैं। वे अपने बच्चों को स्कूल में नियमों का पालन करना सिखाते हैं और उन्हें संबंधित अध्ययन सामग्री के बारे में पूछते रहते हैं। इसके अलावा, माता-पिता अपने बच्चों को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए स्तर बनाने में भी मदद करते हैं। माता-पिता के सहयोग के बिना, बच्चे स्कूल में ध्यान नहीं दे पाते हैं। माता-पिता को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके बच्चे स्कूल के क्या हो रहा है और उनकी सहायता उनके सरल तरीके से सीखने में मदद करनी चाहिए। यह बच्चो के व्यक्तिव के लिए बहुत जरुरी है की अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल में आगे बढ़ने और सफल होने के लिए बिना किसी दबाव के प्रेरित करते रहे ।संक्षेप में कहा जाए तो, माता-पिता शिक्षा में अपने बच्चों के सफल होने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे उन्हें सही दिशा देते हैं, उनके शैक्षणिक विकास के लिए सहायता करते हैं और उनकी सफलता के लिए प्रेरित करते हैं। माता-पिता का सहयोग बच्चों के शिक्षा में उनकी सफलता के लिए अत्यंत आवश्यक होता है।
यह कोर्स माता-पिता को उनके बच्चे की शिक्षा का एक अभिन्न अंग बनने के लिए रणनीति, विचार और कार्रवाई योग्य कदम प्रदान करता है। हालांकि आमतौर पर यह माना जाता है कि बच्चे की शिक्षा की पूरी जिम्मेदारी स्कूलों और शिक्षकों की होती है, लेकिन सच्चाई यह है कि माता-पिता अपने बच्चे की शिक्षा और सफलता में कई भूमिकाएं निभा सकते हैं। इस कोर्स का उद्देश्य माता-पिता और स्कूलों के बीच की खाई को पाटना है, यह कोर्स आपको यह सिखायेगा कि माता-पिता ( लर्नर) को कैसे जवाबदेह और सहानुभूतिपूर्ण बनाना है और उन्हें सक्रीय रूप से अपने बच्चे की शिक्षा में शामिल करना है।
2.आप क्या सीखेंगे?
एक अभिभावक के तौर पर आप इस पाठ्यक्रम को पूरा करने पर, आप स्कूल से माता-पिता की अपेक्षाओं और माता-पिता से स्कूल की अपेक्षाओं को प्रबंधित करके स्कूल में माता-पिता की उपस्थिति को सुविधाजनक बनाने में सक्षम होंगे। आप उन विभिन्न भूमिकाओं को परिभाषित करने में सक्षम होंगे जो माता-पिता अपने बच्चे की शिक्षा में निभा सकते हैं और माता-पिता और स्कूलों के बीच संवाद बढ़ा सकते हैं।
3.कौशल शामिल:
निर्णय लेना
संचार कौशल
सहयोग
सामूहिक कार्य
इस कोर्स में तीन मॉड्यूल हैं हर मॉड्यूल के उपरांत में 20 अंको का मूल्यांकन पत्र दिया गया है, मूल्यांकन को करने के उपरांत आप जान पाएंगे कि आपने इस कोर्स को कितनी सफलतापूर्वक संपन्न किया है। यह कोर्स आप सभी अभिभावकों की सेवा में इस उद्देश्य के साथ प्रेषित किया जा रहा है कि आप अपने बच्चे के विद्यालय के साथ संबंधों में प्रगाढ़ता लाएंगे एवं बच्चे की शिक्षा का दायित्व सिर्फ विद्यालय और शिक्षकों तक ही सीमित है , इस अतार्किक बात से बाहर निकल अपने पाल्य की शिक्षा दीक्षा में सक्रिय भूमिका निभा पाएंगे और विद्यालय , अभिभावक ,शिक्षक और समुदाय के साथ मधुर सम्बन्ध बन पाएंगे और हमारी शालाओं में पढ़ रहे भविष्य के नागरिक और बेहतर शिक्षा दीक्षा प्राप्त करने के उपरांत राष्ट्र निर्माण करने में सफल हो पायेंगें ।
4.पाठ्यक्रम सामग्री
- मॉड्यूल 1 : बच्चों के शिक्षण में माता-पिता की भूमिका।
- मॉड्यूल 2: बच्चों के सीखने में माता-पिता एक संस्था।
- मॉड्यूल 3: माता-पिता का विद्यालय के साथ सकारात्मक संबंध विकसित करना ।
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