सेंट लुइस के वाशिंगटन विश्वविद्यालय में मनोवैज्ञानिक और मस्तिष्क विज्ञान के प्रोफेसर जोशुआ जैक्सन के नेतृत्व में एक नया अध्ययन आया है यह अध्यन विश्लेषण करता है कि कैसे माता-पिता के व्यक्तित्व का उनके बच्चों के जीवन पर प्रभाव पड़ता है और उनके व्यक्तिव को बेहतर या बदतर आकार दे सकता हैं। यह शोध 11 से 17 वर्ष की आयु के लगभग 9,400 जर्मन बच्चों और उनके माता-पिता पर किया गया जिन्होंने एक दीर्घकालिक सर्वेक्षण में भाग लिया। इस अध्यन में शोधकर्ताओं ने व्यक्तिव परिक्षण के "बिग फाइव" लक्षणों को मापा, इन बिग फाइव लक्षणों का मनोवैज्ञानिक व्यक्तित्व का वर्णन करने के लिए उपयोग करते हैं, इसमें बहिर्मुखता, सहमतता, खुलापन, कर्तव्यनिष्ठा और विक्षिप्तता शामिल हैं अंग्रेजी भाषा में इन लक्षणों को Extroversion, agreeableness, openness, conscientiousness और neuroticism कहते हैं । इस अध्यन में शोधकर्ताओं ने बच्चों के जीवन पर उनके स्वास्थ्य, स्कूल में ग्रेड, शराब या सिगरेट का उपयोग, अवकाश गतिविधियों और पारिवारिक तर्कों की आवृत्ति का भी मूल्यांकन किया।
शिशु और बाल विकास में प्रकाशित और स्नातक छात्र अमांडा राइट द्वारा सह-लेखक अध्ययन में पाया गया कि बच्चे के व्यक्तित्व पर माता-पिता के व्यक्तित्व का महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। बहिर्मुखी माता-पिता वाले बच्चों के ग्रेड कम होते हैं, जबकि विक्षिप्त माता-पिता( neurotic parents ) वाले बच्चों के ग्रेड, समग्र स्वास्थ्य, बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई), और अवकाश गतिविधियों पर खर्च किए गए समय पर कम स्कोर किया। हालाँकि, बच्चों के स्वस्थ होने की संभावना अधिक थी यदि उनके माता-पिता ने सहमति या कर्तव्यनिष्ठा के उपायों पर उच्च स्कोर किया।अर्थात खुलेपन ,कर्तव्यनिष्ठ माता-पिता और बच्चों के साथ समय बिताने वाले माता पिता के बच्चे बहिर्मुखी होते हैं और ग्रेड में अच्छा करते हैं ।
शोधकर्ताओं ने पाया कि सबसे सफल बच्चों में आमतौर पर विक्षिप्त प्रवृत्ति के बिना ,बहिर्मुखी, सहमत, कर्तव्यनिष्ठ और खुले माता-पिता होते हैं। हालाँकि, इस संयोजन में भी कुछ गिरावट थी, क्योंकि बहिर्मुखी माता-पिता वाले बच्चों के भी निम्न ग्रेड थे।
बच्चों के व्यक्तित्व ने भी उनके परिणामों में भूमिका निभाई। उदाहरण के लिए, बहिर्मुखी, सहमत, खुले और कर्तव्यनिष्ठ व्यक्तित्व (extroverted, agreeable, open, and conscientious personalities)वाले बच्चों के आमतौर पर बेहतर ग्रेड होते हैं, जबकि विक्षिप्त बच्चों के ग्रेड खराब होते हैं। अध्ययन में कुछ माता-पिता-बाल व्यक्तित्व संयोजनों का भी पता चला है जो सहक्रियात्मक रूप से काम करते हैं। बच्चो से सहमति-भाव में माता-पिता या बच्चे में से किसी एक के अंक उच्च थे तब झगड़े या बहसे कम हुई । लेकिन जब दोनों माता-पिता और बच्चे सहमति-भावी थे, तो झगड़ों या बहसों में काफी कमी आई थी।
हालांकि लोग महसूस कर सकते हैं कि वे अपने माता-पिता के साथ आगे बढ़ रहे हैं परन्तु यह हो सकता है की माता-पिता और बच्चे के व्यक्तित्व के बीच का संबंध मजबूत नहीं है और यह बिंदु बहुत महत्वपूर्ण है । एक ही घर में पले-बढ़े लोगों के बीच महत्वपूर्ण अंतर हो सकते हैं। शोधकर्ताओं ने माना है की बहिर्मुखी माता-पिता के लिए अंतर्मुखी बच्चे होना और इसके विपरीत होना बिल्कुल भी असामान्य नहीं है। शोधकर्ता कहते है की यह सब आश्चर्यजनक लग सकता है लेकिन अगर आपके भाई-बहन हैं, तो आप जानते हैं कि एक ही घर में पले-बढ़े लोगों के बीच बहुत अंतर हो होता है।
माता-पिता इस जानकारी का उपयोग अपने बच्चों की मदद करने के लिए अपनी पालन-पोषण शैली को बदलने के लिए कर सकते हैं। हमारे व्यक्तित्व का इतना बड़ा हिस्सा वास्तव में हमारे नियंत्रण से बाहर है। यदि आप अंतर्मुखी हैं, तो आप अचानक बहिर्मुखी नहीं हो सकते। लेकिन कुछ दैनिक व्यवहारों को बदलना संभव है, खासकर यदि हम परिणामों से अवगत हों। यदि माता-पिता कर्तव्यनिष्ठ हैं तो बच्चों के स्वस्थ होने की संभावना है। इसकी बहुत संभावना है क्योंकि कर्तव्यनिष्ठ माता-पिता व्यायाम और स्वस्थ भोजन को प्रोत्साहित करते हैं जिनसे बच्चो का विकास बेहतर होता है और एक अच्छा बाल विकास व्यक्तिव के अन्य पहलुओ को प्रभावित करता है ।
व्यक्तित्व काफी हद तक निर्धारित होते हैं, लेकिन व्यवहार बदले जा सकते हैं। अतः माता पिता को चाहिए की वे बहिर्मुखी, सहमत, खुले, कर्तव्यनिष्ठ बने और विक्षिप्ता से दूर रहे हैं।
शिक्षक भास्कर जोशी
Joshua Jackson के शोध पर आधारित
https://www.researchgate.net/
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