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कुदरत ने ये सिफ़त दुनिया में बस औरत को बक्शी है , माँ पागल भी हो जाये तो बच्चे याद रहते हैं


 

आज 14 मई को पुरे विश्व भर में मातृ दिवस या मदर डे मनाया गया यूं तो मां को याद करने के लिए किसी विशेष दिन की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि मैं स्वयं में खास होती हैं त्याग और प्रेम की दैवीय मूर्ति । लेकिन फिर भी मां को कुछ खास एहसास दिलाने के लिए पूरे विश्व में यह दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है । माताओं  का  सम्मान करने के लिए यह एक विशेष समर्पित अवसर है। 


यह उन   महान महिलाओं के लिए प्यार, आभार और प्रशंसा व्यक्त करने का दिन है, जिन्होंने हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चाहे वह हमारी माँ हो , दादी-नानी हों या मातृ तुल्य कोई अन्य महिला हों, मदर्स डे या मातृ दिवस उनके बलिदानों, बिना शर्त प्यार और अटूट प्रेम को स्वीकार करने का अवसर प्रदान करता है। यह हमारे जीवन पर माताओं के अथाह प्रभाव को प्रतिबिंबित करने और उन्हें पोषित और प्यार महसूस कराने का समय है।


मदर्स डे या मातृ दिवस दुनिया भर के कई देशों में माताओं  का सम्मान करने के लिए मनाया जाने वाला एक महान  उत्सव है। यह उन असाधारण महिलाओं के लिए प्यार, आभार और प्रशंसा व्यक्त करने के लिए समर्पित दिन है जिन्होंने हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इसे अपने रक्त और पसीने से सींच कर पोषित किया है ।


माँ शक्ति और प्रेम की आधारशिला हैं ,इस विशेष दिन पर, बच्चे और वयस्क समान रूप से अपनी माताओं को यह दिखाने का अवसर लेते हैं कि वे उनके लिए कितना मायने रखते हैं। यह प्रेम के निःस्वार्थ कृत्यों और माताओं द्वारा प्रतिदिन किए जाने वाले बलिदानों पर चिंतन करने का समय है। शिशुओं के रूप में हमारा पालन-पोषण और देखभाल करने से लेकर जीवन की चुनौतियों के माध्यम से हमारा मार्गदर्शन करने और समर्थन - सहयोग  करने तक।


आधुनिक संदर्भ में, 20वीं सदी की शुरुआत में अन्ना जार्विस द्वारा मदर्स डे को लोकप्रिय बनाया गया था। उनके प्रयासों से 1914 में संयुक्त राज्य अमेरिका में छुट्टी के रूप में इसकी आधिकारिक मान्यता प्राप्त हुई। तब से, यह एक वैश्विक उत्सव बन गया है।


इस विशेष दिन को चिह्नित करने के लिए विभिन्न देशों के अपने अनूठे रीति-रिवाज और परंपराएं हैं। इसमें माताओं को उपहार, फूल या कार्ड देना, विशेष भोजन तैयार करना या पारिवारिक समारोहों का आयोजन करना शामिल हो है। मदर्स डे का सार न केवल भौतिक उपहारों के माध्यम से बल्कि हार्दिक शब्दों और दयालुता के कार्यों के माध्यम से वास्तविक प्रशंसा और प्रेम व्यक्त करने में निहित है।


मदर्स डे उन अविश्वसनीय महिलाओं को  महत्व देने के लिए एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है जिन्होंने हमारे जीवन को आकार दिया है। यह उनके द्वारा किए गए बलिदानों, उनके द्वारा दिए गए बिना शर्त प्यार और उनके द्वारा प्रदान किए जाने वाले अटूट समर्थन को स्वीकार करने का समय है। यह पहचानने का एक अवसर है कि एक माँ का प्यार कोई सीमा नहीं जानता और वास्तव में अपूरणीय हैएक समर्पित शिक्षक होने के नाते विगत 10 वर्षों से हम प्रतिवर्ष अपने विद्यालय में मातृ दिवस का आयोजन करते आए हैं ।


इस आयोजन को करने का उद्देश्य बच्चों में नैतिक शिक्षा को सिर्फ किताबों तक सीमित ना रखते हुए उन्हें हस्त गत अनुभव प्रदान करने का रहा है इस हेतु माता अभिभावकों को विद्यालय में बुलाकर उन्हें उनके बच्चों के द्वारा सम्मानित कर विशेष होने का एहसास दिलाया जाता रहा है माताओं के लिए विद्यालय में क्रीडा आयोजन पुरस्कार आयोजन इत्यादि किए जाते रहे हैं इस गतिविधि में बच्चे ना केवल अपना अधिगम कर पाते हैं साथ ही साथ हुए माता के प्रति अपने सम्मान को प्रकट भी करते हैं।


माँ के गुणगान के लिये तो युग भी कम है फिर एक दिन की कोई बिसात नही ।

एक समर्पित शिक्षक होने के नाते विगत 10 वर्षों से हम प्रतिवर्ष अपने विद्यालय में मातृ दिवस का आयोजन करते आए हैं इस आयोजन को करने का उद्देश्य बच्चों में नैतिक शिक्षा को सिर्फ किताबों तक सीमित ना रखते हुए उन्हें हस्त गत अनुभव प्रदान करने का रहा है, इस हेतु माता अभिभावकों को विद्यालय में बुलाकर उन्हें उनके बच्चों के द्वारा सम्मानित कर विशेष होने का एहसास दिलाया जाता रहा है, माताओं के लिए विद्यालय में क्रीडा आयोजन, पुरस्कार आयोजन, इत्यादि किए जाते रहे हैं इस गतिविधि में बच्चे ना केवल अपना अधिगम कर पाते हैं साथ ही साथ वे  माता के प्रति अपने सम्मान को प्रकट भी करते हैं । 


विद्यालय जीवन के अहम मूल्य सिखाने वाले संस्थान है अतः विद्यालय को ऐसे कार्यक्रमों को आयोजित करते रहना चाहिये इन मौको से  छात्रों को अपनी माताओं के लिए आभार और प्रशंसा व्यक्त करने का अवसर प्रदान होता  है। यह उन्हें उनकी माताओं के पालन-पोषण और पालन-पोषण में किए गए अथक प्रयासों, प्रेम और बलिदानों को स्वीकार करने का एक भावुक अवसर प्रदान करता है। विद्यालय  में मदर्स डे मनाने से बच्चे अपनी माताओं के सम्मान में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं और उन्हें धन्यवाद देने के लिए एक विशेष क्षण बनाते हैं।



विद्यालय में मदर्स डे मनाना परिवार और समुदाय की भावना को बढ़ावा देता है। यह हमारे जीवन में माताओं के महत्व को पहचानने के लिए छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को एक साथ लाता है। यह छात्रों और उनके परिवारों के बीच बंधन को मजबूत करता है और स्कूल समुदाय के भीतर एक सहायक वातावरण को बढ़ावा देता है। यह एक सकारात्मक और समावेशी माहौल बनाने में भी मदद करता है जहां माताओं की भूमिका को महत्व दिया जाता है और उनके प्रेम , समर्पर्ण को सम्मान पूर्वक मनाया जाता है और माँ को विशेष होने का अहसास कराया जाता है , हालाकिं माँ तो विशेष ही होती हैं ।



इसके अलावा, विद्यालय में मदर्स डे मनाने से बच्चों को अपनी रचनात्मकता और प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है। छात्र विभिन्न गतिविधियों में संलग्न हो सकते हैं जैसे कि हस्तनिर्मित कार्ड बनाना, कविताएँ लिखना, नाटक करना या माताओं को सम्मानित करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करना। ये गतिविधियाँ न केवल छात्रों को खुद को अभिव्यक्त करने का मौका  देती हैं बल्कि उनके कलात्मक और संचार कौशल को विकसित करने में भी मदद करती हैं।


विद्यालय में मदर्स डे मनाना शिक्षण अधिगम रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण  है। यह शिक्षकों को माताओं के महत्व और समाज में उनके द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा करने  का अवसर प्रदान करता है। शिक्षक एक अच्छी माँ के गुणों, उनके सामने आने वाली चुनौतियों और उनके बच्चों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बातचीत कर माताओं को प्रेरित करते हैं। विद्यालय में मदर्स डे  का आयोजन छात्रों के बीच सहानुभूति, समझ और प्रशंसा को बढ़ावा देता  है।


कुल मिलाकर, विद्यालय में मदर्स डे  मनाना छात्रों को अपना आभार व्यक्त करने के लिए एक मंच प्रदान करता है, समुदाय की भावना को बढ़ावा देता है, रचनात्मकता को बढ़ावा देता है, एक शिक्षण अधिगम  के रूप में कार्य करता है, और पारिवारिक संरचनाओं की विविधता को पहचानता है। यह माताओं का सम्मान करने और हमारे जीवन को आकार देने में उनकी बड़ी भूमिका निभाने का एक सार्थक तरीका है।


यहां मैं आपके साथ विगत कुछ वर्षों के मातृ दिवस सम्मेलन की कुछ छायाचित्र साझा कर रहा हूं ।



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