RIE अजमेर ने उत्तर भारत के शिक्षकों के लिए Capacity Building program for SRG's in Artificial Intelligence in Education कार्यशाला आयोजित की ।


RIE अजमेर ने उत्तर भारत के शिक्षकों के लिए Capacity Building program for SRG's in Artificial Intelligence in Education कार्यशाला आयोजित की । 

एनसीईआरटी, नई दिल्ली की एक घटक इकाई, क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान (आरआईई), अजमेर ने 15 जनवरी से 19 जनवरी 2024 तक एआई का शिक्षा में प्रयोग पर क्षमता निर्माण हेतु पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का उद्देश्य ज्ञान और कौशल को बढ़ाने के साथ साथ शिक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग करते हुए शिक्षकों का इस क्षेत्र हेतु क्षमता वर्धन करना था था। 


कार्यशाला में हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, चंडीगढ़, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख सहित उत्तर भारत के दस राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 70 शिक्षकों ने भाग लिया। इनमें सात शिक्षक उत्तराखंड के थे,शिक्षकों में  श्री प्रकाश चंद्र उपाध्याय ,श्री भास्कर जोशी ,  श्री मनोहर नैनवाल , श्री अशोक कुमार, श्री दौलत गुसाईं , श्री दिनेश खेतवाल , श्री प्रकाश चंद जोशी ने कार्यशाला में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व किया। कार्यशाला का संचालन आरआईई अजमेर और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के विषय विशेषज्ञों व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में दक्ष संदर्भ दाताओं द्वारा किया गया।


कार्यशाला में एआई का परिचय, प्रोग्रामिंग की मूल बातें, डेटा विज्ञान, मशीन लर्निंग, प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण, कंप्यूटर विज़न, रोबोटिक्स, नैतिकता और एआई के सामाजिक निहितार्थ जैसे विभिन्न विषयों को शामिल किया गया।  प्रतिभागियों को एआई शिक्षा के लिए स्क्रैच, पायथन, टेन्सरफ्लो, आईबीएम वॉटसन, गूगल एआईवाई और माइक्रोसॉफ्ट एआई ,टीचेबल मशीन , इंटीग्रेशन ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल जैसे विभिन्न उपकरणों और प्लेटफार्मों का उपयोग करने का व्यावहारिक अनुभव शिक्षकों को प्रदान किया गया ।


कार्यशाला में प्रतिभागियों द्वारा इंटरैक्टिव सत्र, समूह गतिविधियाँ, प्रश्नोत्तरी और परियोजना प्रस्तुतियाँ भी शामिल थीं , इन प्रस्तुतियों में उत्तराखंड राज्य को प्रशंसा प्राप्त हुई और उनके कार्यों की सराहना की गई, प्रतिभागियों ने कार्यशाला की सराहना की और कहा कि यह बहुत उपयोगी और जानकारीपूर्ण थी।  उन्होंने यह भी कहा कि वे कार्यशाला से मिली सीख को अपनी कक्षाओं और स्कूलों में लागू लागू करेंगे।



कार्यशाला का उद्घाटन RIE अजमेर के प्राचार्य डॉ. मिश्र जी ने किया उन्होंने 21वीं सदी के शिक्षार्थियों के लिए एआई शिक्षा के महत्व पर जोर दिया।  उन्होंने कार्यशाला समन्वयकों और संदर्भदाता व्यक्तियों के प्रयासों की भी सराहना की।  कार्यशाला का समापन डॉ. वेद प्रकाश आर्य और डॉक्टर के. के शर्मा द्वारा किया गया।  प्राचार्य श्री मिश्र जी और डॉ के .के शर्मा ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए और उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया।


कार्यशाला गुणवत्तापूर्ण और शिक्षक शिक्षा और विकास कार्यक्रम प्रदान करने के लिए आरआईई अजमेर की चल रही पहल का हिस्सा थी।





























शिक्षक भास्कर जोशी 
(शिक्षा से सूचना तक )

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