आज राजकीय प्राथमिक विद्यालय मटीला धूरा विकासखंड ताड़ीखेत में डिजिटल डिवाइड को कम करने के उद्देश्य से कंप्यूटर शिक्षा का शुभारंभ विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री पान सिंह ने फीता काटकर किया , अपने इन्फॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी कार्यक्रमों को को आगे बढ़ाते हुए विद्यालय ने कम्प्यूटर शिक्षा नामक संस्थान से करार किया है कंप्यूटर शिक्षा संस्था ने पिछड़े क्षेत्र के बच्चों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने के लिए विद्यालय को एंडड्रॉइड एलईडी टीवी मैजिक बॉक्स प्रदान किया है।इस मैजिक बॉक्स को विद्यालय में लगा कर न केवल विद्यालय के शिक्षार्थियों को कंप्यूटर शिक्षा प्रदान की जाएगी अपितु समुदाय के नवयुवक / युवतियां भी यदि चाहे तो वह कंप्यूटर शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं ।
कम्प्यूटर शिक्षा के धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि उनकी संस्था का उद्देश्य भारतवर्ष में डिजिटल डिवाइड को कम करना है इस हेतु वे ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों में मैजिक बॉक्स प्रदान कर रहे हैं। कम्यूटर शिक्षा के संस्थापक डॉ राकेश सूरी व उपाध्यक्ष प्रदीप महरवार ने बताया कि आगामी समय में डिजिटलाइजेशन के कारण बच्चों को कम्प्यूटर शिक्षा की बहुत आवश्यकता है।
ग्रामीण परिवेश में रहने वाले बच्चे आज भी कम्प्यूटर शिक्षा से बहुत पीछे है। इसी समस्या के निस्तारण के लिए है वो प्रयासरत हैं। मैजिक बॉक्स कंप्यूटर शिक्षा में एक नवाचार है जिसके अंदर पहले से ही रिकार्डेड इनबिल्ट कंप्यूटर प्रोग्राम है जिन्हें बच्चे अपनी सुविधा अनुसार जब चाहे देख सकते हैं। विद्यालय के प्रधानाध्यापक भास्कर जोशी द्वारा बताया गया कि गुरुग्राम (हरियाणा) की स्वयंसेवी संस्था कंप्यूटर शिक्षा मैजिक बॉक्स के द्वारा एक स्मार्ट टीवी विद्यालय को दिया गया है।
इसमें कंप्यूटर शिक्षा से संबंधित जानकारी ऑडियो एवं वीडियो के माध्यम से सरल भाषा में दी गई हैं। जिससे छोटे बच्चे सरलता से सीख सकते हैं। विदित है भास्कर जोशी अल्मोड़ा जिले में नवाचारी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदाता के रूप में जाने जाते है , पूर्व में कोरोनाकाल में भी उनके द्वारा विकसित मोबाइल एप्लीकेशन बजेला ऑनलाइन काफी सराहा गया और बच्चो को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण रहा ,
इसके अलावा भास्कर जोशी ने स्कूल वेबसाइट , यूट्यूब चैनल , लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम , ऑग्मेंटेड रियलिटी व वर्चुअल रियलिटी से बच्चो को नवीन तकनीक से जोड़ कर शिक्षा देते है भास्कर जोशी ने बताया कि तकनीक के प्रयोग से बच्चें जल्दी सीखते है और उन्हें सीखने में आनन्द भी आता है , पूरी दुनिया मे तकनीक के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जा रही है हमारे ग्रामीण परिवेश अभी बहुत पीछे है उनका उद्देश्य डिजिटल डिवाइड को कम करके शिक्षार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है , इस उद्देश्य के सरकारी व गैर सरकारी संगठन उनकी मदद कर रहे है , उन्होंने बताया कि वे राज्य संदर्भ दाता समूह (SRG) के सदस्य भी है तथा दीक्षा पोर्टल के लिए कंटेंट निर्माण और प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं । जल्द ही विद्यालय को अन्य तकनीकी उपकरणों से लैस किया जायेगा ।
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