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देहरादून, 20 दिसंबर 2024: उत्तराखंड के उच्च प्राथमिक शिक्षकों को डिजिटल युग में शिक्षण प्रक्रियाओं को आधुनिक बनाने के उद्देश्य से SCERT उत्तराखंड द्वारा 10 से 20 दिसंबर 2024 तक "आधारभूत ICT टूल्स पर क्षमता निर्माण प्रशिक्षण" का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण शिक्षको को डिजिटल शिक्षा में सशक्त बनाने के लिए दो बैचों में संचालित किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन SCERT निदेशक ने किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में शिक्षकों को ICT टूल्स का महत्व समझाते हुए कहा, "आज के समय में शिक्षा को तकनीक के साथ जोड़ना न केवल शिक्षकों को दक्ष बनाता है, बल्कि छात्रों को भी 21वीं सदी के कौशल से सशक्त करता है।"
प्रमुख सत्र और विषयवस्तु:
प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न ICT टूल्स, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), साइबर सुरक्षा, और लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम्स (LMS) जैसे आधुनिक विषयों पर गहन चर्चा और अभ्यास सत्र आयोजित किए गए।
ब्लेंडेड एजुकेशन और ओईआर (Open Educational Resources)
स्प्रेडशीट और क्लाउड स्टोरेज
प्रेजेंटेशन और ड्राइंग टूल्स
कृत्रिम बुद्धिमत्ता और साइबर सुरक्षा
ऑडियो-वीडियो टूल्स और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
प्रत्येक सत्र में हैंड्स-ऑन गतिविधियों के माध्यम से शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया ताकि वे अपने कौशल को प्रभावी ढंग से कक्षा में लागू कर सकें।
कार्यक्रम की विशेषताएं:
1. प्रशिक्षण में लगभग 120 शिक्षकों ने भाग लिया, जिन्हें दो बैचों में विभाजित किया गया था।
2. प्रतिभागियों ने विभिन्न प्लेटफॉर्म पर आधारित ई-कंटेंट निर्माण के तहत व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
3. कार्यक्रम का समापन SCERT निदेशक की अध्यक्षता में हुआ। समापन सत्र में उन्होंने कहा, "यह प्रशिक्षण शिक्षकों को अपने शिक्षण में डिजिटल तकनीक को शामिल करने में सक्षम बनाएगा, जिससे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण और सुलभ शिक्षा प्राप्त होगी।"
प्रशिक्षकों की टीम:
प्रशिक्षण में अखिलेश डोभाल ,मनोज बहुगुणा, मोहम्मद अहमद , मनोधर नैनवाल, प्रदीप नेगी, अशोक भट्ट, भास्कर जोशी,और अन्य विशेषज्ञों ने शिक्षकों को विषय आधारित तकनीकी दक्षता प्रदान की।
उल्लेखनीय पहल:
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और साइबर सुरक्षा पर विशेष सत्र आयोजित कर शिक्षकों को नई तकनीकों की समझ प्रदान की गई।
प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों ने AI को शिक्षण में इंटीग्रेट करने की प्रक्रिया सीखी।
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शिक्षण में ICT उपकरणों का एकीकरण क्यों आवश्यक है?
आज के डिजिटल युग में, शिक्षा के क्षेत्र में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) का एकीकरण समय की आवश्यकता बन गया है। ICT उपकरण न केवल शिक्षण प्रक्रियाओं को अधिक प्रभावी और आकर्षक बनाते हैं, बल्कि शिक्षकों और छात्रों के बीच संवाद को भी सशक्त करते हैं।
ICT उपकरणों के शिक्षण में एकीकरण के लाभ:
- व्यक्तिगत शिक्षण अनुभव: ICT उपकरण व्यक्तिगत शिक्षा (personalized learning) को बढ़ावा देते हैं, जिससे छात्रों को उनकी क्षमता और रुचि के अनुसार सामग्री प्राप्त होती है।
- सुलभता और समावेशन: डिजिटल टूल्स के माध्यम से शिक्षा को अधिक समावेशी बनाया जा सकता है, जिससे विशेष आवश्यकता वाले बच्चे (CwSN) भी सीखने में पीछे न रहें।
- समृद्ध शैक्षणिक संसाधन: DIKSHA जैसे प्लेटफॉर्म और अन्य डिजिटल टूल्स छात्रों और शिक्षकों को विभिन्न प्रकार की गुणवत्तापूर्ण सामग्री तक आसान पहुंच प्रदान करते हैं।
- रचनात्मकता और नवाचार: ICT उपकरणों का उपयोग शिक्षकों और छात्रों को रचनात्मक बनने और नए तरीकों से सीखने के लिए प्रेरित करता है।
AI टूल्स पर विशेष जोर:
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) ने शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांति ला दी है। AI टूल्स शिक्षण और सीखने को अधिक इंटेलिजेंट, डेटा-ड्रिवन और व्यक्तिगत बना रहे हैं।
- व्यक्तिगत शिक्षण: AI टूल्स छात्रों की व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार पाठ्यक्रम और सामग्री प्रदान कर सकते हैं।
- स्वचालित मूल्यांकन: AI आधारित मूल्यांकन टूल्स शिक्षकों का समय बचाते हैं और सटीक परिणाम प्रदान करते हैं।
- डेटा विश्लेषण: AI शिक्षकों को छात्रों के प्रदर्शन का गहराई से विश्लेषण करने और उनके कमजोर क्षेत्रों को सुधारने में सहायता करता है।
- इंटरएक्टिव लर्निंग: चैटबॉट्स और वर्चुअल असिस्टेंट जैसे AI उपकरण छात्रों के लिए 24/7 सपोर्ट प्रदान करते हैं।
इस प्रशिक्षण का शिक्षकों पर प्रभाव:
SCERT उत्तराखंड द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण का लक्ष्य शिक्षकों को ICT और AI टूल्स के उपयोग में दक्ष बनाना था। यह प्रशिक्षण न केवल शिक्षकों को तकनीकी उपकरणों का उपयोग सिखाने में सहायक रहा, बल्कि उन्हें शिक्षण के नए और प्रभावी तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित भी किया।
भविष्य में शिक्षण-प्रशिक्षण प्रक्रिया के लिए लाभ:
- डिजिटल साक्षरता में सुधार: यह प्रशिक्षण शिक्षकों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाकर डिजिटल साक्षरता बढ़ाने में सहायक होगा।
- समय की बचत: AI और ICT टूल्स का उपयोग शिक्षकों को समयबद्ध ढंग से पाठ्यक्रम और मूल्यांकन तैयार करने में मदद करेगा।
- शिक्षण को अधिक आकर्षक बनाना: प्रेजेंटेशन, ऑडियो-वीडियो, और अन्य मल्टीमीडिया टूल्स का उपयोग कक्षाओं को अधिक इंटरएक्टिव और रोचक बनाएगा।
- छात्रों के प्रदर्शन में सुधार: शिक्षकों द्वारा डिजिटल संसाधनों का उपयोग छात्रों को बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
- आज की तकनीकी दुनिया के लिए तैयार करना: यह प्रशिक्षण शिक्षकों को भविष्य की तकनीकों को अपनाने और छात्रों को डिजिटल युग की चुनौतियों के लिए तैयार करने में सक्षम बनाएगा।
ICT और AI टूल्स का शिक्षण में एकीकरण, शिक्षकों को न केवल उनकी कार्यक्षमता और प्रभावशीलता बढ़ाने में मदद करेगा, बल्कि छात्रों को भी 21वीं सदी के कौशल से लैस करेगा। SCERT उत्तराखंड द्वारा यह प्रशिक्षण राज्य के शैक्षणिक परिदृश्य को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह कार्यक्रम उत्तराखंड में शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी सुधार और शिक्षकों को डिजिटल शिक्षा के प्रति सक्षम बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हुआ।
शिक्षक भास्कर जोशी
(शिक्षा से सूचना तक )
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