बालपन की कविता' अभियान शुरू – मातृभाषाओं में बाल कविताओं के सृजन का सुनहरा अवसर ।

'बालपन की कविता' अभियान शुरू – मातृभाषाओं में बाल कविताओं के सृजन का सुनहरा अवसर 

शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग तथा MyGov के संयुक्त तत्वावधान में 'बालपन की कविता' नामक एक अनूठे और रचनात्मक अभियान की शुरुआत की गई है। यह पहल 22 मार्च से 22 अप्रैल 2025 तक आयोजित की जा रही है।

इस प्रतियोगिता का उद्देश्य भारत की विविध भाषाओं और लोक परंपराओं को जीवंत बनाते हुए छोटे बच्चों के लिए मातृभाषाओं में कविताएं संकलित और रचित करना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) की भावना के अनुरूप यह प्रयास न केवल भाषा कौशल को मजबूत करेगा, बल्कि शिक्षा को संस्कृति का उत्सव भी बनाएगा।

प्रतिभागी इसमें अपनी मूल बाल कविताएं प्रस्तुत कर सकते हैं या पारंपरिक लोक कविताओं का संकलन भी कर सकते हैं। यह प्रतियोगिता शिक्षकों, अभिभावकों, लेखकों तथा संस्कृति प्रेमियों के लिए अपने योगदान को साझा करने का अद्भुत मंच है।

🔗 प्रतिभाग करने और अधिक जानकारी के लिए विज़िट करें:
👉 https://innovateindia.mygov.in/baalpan-ki-kavita/

जुड़िए इस राष्ट्रीय अभियान से और बनाइए ‘विकसित भारत 2047’ के सपने को साकार —


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शिक्षक भास्कर जोशी 
(शिक्षा से सूचना तक )

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