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Showing posts with the label श्रम आधरित रचनात्मक कार्य

रक्षाबंधन पर्व

  *रा.प्रा.विद्यालय बजेला* हमारी नई शिक्षा नीति में व्यवहारिकता व कौशल विकास पर जोर दिया गया है , नीति अनुसार  छठी कक्षा के बाद से ही बच्चो को वोकेशनल कोर्स कराया जाएगा इसके लिए छात्रों को छठी कक्षा के बाद से ही इंटर्नशिप कराई जाएगी । नई शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य बच्चे को कुशल बनाने के साथ-साथ *जिस भी क्षेत्र में वह रूचि रखता है,उसी क्षेत्र में उन्हें प्रशिक्षित कराना है।* यह छात्रों की सोच व रचनात्मक क्षमता को बढ़ाकर सीखने की प्रक्रिया को और अधिक कुशल बनाने पर जोर देती है अर्थात यह बच्चों के कौशलों के विकास पर अत्याधिक महत्व देती है यह कौशल कुछ भी हो सकते हैं जो उसके जीवन में ऊर्ध्वगति लाएं ( गुणवत्तापूर्ण शिक्षा)। यह बच्चों को किताबी कीड़ा या रट्टा लगाने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाती है ,यह उनकी रचनात्मकता को बढ़ाने पर जोर देती है इसमें बच्चों को क्या सीखना है सिर्फ इस बात पर नहीं बल्कि उन्हें कैसे सिखाना है इस बात पर भी जोर दिया गया है । *आज रक्षाबंधन* के पर्व पर बच्चों ने अपने परिवेश से उपलब्ध सामग्री जैसे चीड़ के पत्ते, देवदार के पत्ते , स्प्रूस के पत्ते थूजा के पत्ते( मोरपंखी )

स्वच्छ विद्यालय अभियान

  स्वच्छ विद्यालय अभियान मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन स्वच्छ भारत-स्वच्छ विद्यालय अभियान  संचालित किया गया  , इस कार्यक्रम के विभिन्न पहलु इस प्रकार रहे , इन सभी बिन्दुओ पर समुदाय के साथ मिल कर कार्य किया गया । स्कूल कक्षाओं के दौरान प्रतिदिन बच्चों के साथ सफाई और स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं पर SBAविशेष रूप से महात्मा गांधी की स्वच्छता और अच्छे स्वास्थ्य से जुड़ीं शिक्षाओं के संबंध में बात करें। कक्षा, प्रयोगशाला और पुस्तकालयों आदि की सफाई करना। स्कूल में स्थापित किसी भी मूर्ति या स्कूल की स्थापना करने वाले व्यक्ति के योगदान के बारे में बात करना और इस मूर्तियों की सफाई करना। शौचालयों और पीने के पानी वाले क्षेत्रों की सफाई करना। रसोई और सामान ग्रह की सफाई करना। खेल के मैदान की सफाई करना स्कूल बगीचों का रखरखाव और सफाई करना। स्कूल भवनों का वार्षिक रखरखाव रंगाई एवं पुताई के साथ। निबंध,वाद-विवाद, चित्रकला, सफाई और स्वच्छता पर प्रतियोगिताओं का आयोजन। ‘बाल मंत्रिमंडलों का निगरानी दल बनाना और सफाई अभियान की निगरानी करना। इसके अलावा, फिल्म शो, स्वच्छता पर निबंध / पेंटिंग और अन्य प्रतियोगित

प्राथमिक कक्षाओं के बच्चो में श्रम और कौशलों का विकास और परिणाम

बच्चों में ज्ञान तथा कौशलों के विकास हेतु आवश्यक है कि उन्हें मौके प्रदान किए जाएं,यह प्रकिया उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा देने का कार्य करती है साथ ही उन्हें कार्य और आर्थिक संसार में प्रवेश हेतु तैयार करती है,आज बच्चों ने चीड़ के ठिटों से पेपर वेट का निर्माण किया | प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों में श्रम और कौशल का विकास अत्यधिक महत्व रखता है और इसके दूरगामी परिणाम होते हैं। यह उनके समग्र विकास और भविष्य की सफलता की नींव बनाता है। आइए हम इन युवा दिमागों में श्रम और कौशल विकास के महत्व और परिणामों के बारे में जानें। सबसे पहले, प्राथमिक विद्यालय के बच्चों में श्रम और कौशल विकास एक मजबूत कार्य नैतिकता और जिम्मेदारी की भावना पैदा करता है। आयु-उपयुक्त कार्यों और गतिविधियों में शामिल होने से बच्चे कड़ी मेहनत, दृढ़ता और समर्पण का मूल्य सीखते हैं।  वे समझते हैं कि लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रयास और प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है। श्रम का यह शुरुआती अनुभव काम के प्रति उनके दृष्टिकोण को आकार देने में मदद करता है और अनुशासन और आत्म-अनुशासन की भावना को बढ़ावा देता है। दूसरे, प्राथमिक वर्षों के

विद्यालय में प्रतिभा दिवस

प्रतिभा दिवस, English Speaking Day, Doubt clearing day *रा.प्रा.वि.बजेला विकासखंड धौलादेवी* आज बच्चों ने विद्यालय में प्रतिभा दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया व विभिन्न गतिविधियों में प्रतिभाग करते हुए अपनी रचनात्मकता एवं सृजन करने की क्षमता का प्रदर्शन किया बच्चों ने माह *नवंबर की दीवार पत्रिका* का निर्माण किया  साथ ही अपनी *मासिक बाल पत्रिका बजेला जागरण* का भी प्रकाशन किया, मध्यान्ह भोजन उपरांत पुनः बच्चो के साथ मिलकर waste material जैसे दवाईयों की शीशी, खाली प्लास्टिक की बोतलों से रचनात्मक गतिविधि करते हुए बच्चो को अपने-अपने स्तर से *कूड़ा निस्तारण* का प्रशिक्षण देते हुए *आकर्षक झूमर* का निर्माण गया । अंत में *सूर्यग्रहण तथा चंद्रग्रहण का प्रकरण* बच्चो को मॉडल की सहायता से स्पष्ट किया गया ,बच्चो ने सभी गतिविधियों को आनंदपूर्वक सीखते हुए दिवस को सफल बनाया । बच्चों की ऊर्जा ,रचनात्मक,व सृजनात्मक क्षमता को कोटिश सलाम । 🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳 राष्ट्र  निर्माण का संकल्प शिक्षा का उत्थान, शिक्षक का सम्मान  बेहतर शिक्षा बेहतर समाज  भास्कर जोशी  सहायक अध्यापक  राजकीय प्राथमिक विद्यालय बजेला  विकासखंड धौ

बच्चों की रचनात्मकता

मोहल्ले वाले मेरे कार-ए-बे-मसरफ़ पे हँसते हैं मैं बच्चों के लिए गलियों में ग़ुब्बारे बनाता हूँ सलीम अहमद इन छोटे छोटे हाथों की सृजनात्मकता देखकर अभिभूत हो जाता हूँ, सच तो ये है कि इनकी ऊर्जा असीमित है और ये शिक्षकों को भी ऊर्जा से लरबरेज रखते हैं। देखिए इतने छोटे बच्चों ने कितनी सुंदर मूर्तियां बनाई है https://t.co/ExIKHkgYND भास्कर जोशी सहायक अध्यापक राजकीय प्राथमिक विद्यालय बजेला विकासखंड धौलादेवी जिला अल्मोड़ा 8899477295

मेरा विद्यालय राजकीय प्राथमिक विद्यालय बजेला विकासखंड धौलादेवी जिला अल्मोड़ा उत्तराखंड