दिव्य हिमालय की गोद में बसा, उत्तराखंड खुद को प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक समृद्धि के आभूषण के रूप में उजागर करता है। यह मनमोहक राज्य लुभावने परिदृश्यों, झिलमिलाती नदियों और हरे-भरे जंगलों से सुशोभित है। इसकी सुंदरता रंगों की सिम्फनी के समान है, जहां प्रत्येक रंग शांति और विस्मय की तस्वीर पेश करता है।उत्तराखंड, जिसे अक्सर "देवताओं की भूमि" कहा जाता है, धरती पर एक स्वर्ग है। यहाँ आध्यात्मिकता ,संस्कृति रीतिरिवाज आज भी अपने पुराने वैभव में स्थापित है ,आधुनिकता और सनातन का एक अद्भूत मेल यदि आपको देखना हो तो देवभूमि आना होगा । हमारे प्राचीन मंदिर और तीर्थ स्थल दिव्य प्रवेश द्वार की तरह खड़े हैं, जो भक्तों को आत्म-खोज की यात्रा पर निकलने के लिए आमंत्रित करते हैं। जब तीर्थयात्री पवित्र नदियों में डुबकी लगाते हैं और सदियों पुराने अनुष्ठानों में भाग लेते हैं, तो हवा भक्ति की गूंज से गूंज उठती है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां आस्था उड़ान भरती है, चोटियों से ऊपर उठती है और रहस्यों को आकाश तक फुसफुसाती है। उत्तराखंड के रीति-रिवाज इस भूमि से गहरे जुड़ाव को दर्शाते हैं। लोग, पहाड़ी हव
शिक्षा से ही बदलाव होगा ......