कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हाल ही में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की जगह राज्य में 'मारुसिंचाना' ( Marusinchana ) नामक एक नई शिक्षा योजना के कार्यान्वयन की घोषणा की है । मारुसिंचाना को कर्नाटक के स्थानीय, सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक परिवेश के अनुरूप डिजाइन किया गया है। यह शिक्षा में कन्नड़ भाषा और संस्कृति के महत्व पर भी जोर देती है।राज्य सरकार का लक्ष्य नई योजना को कर्नाटक की सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक पहलू के साथ जोड़ना है। मारुसिंचाना (Marusinchana) को 80 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जिससे 33 लाख से अधिक छात्रों को लाभ होने की उम्मीद है। सिद्धारमैया ने एनईपी 2020 की आलोचना करते हुए कहा कि यह संघीय व्यवस्था के साथ असंगत है और संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करता है। नई शिक्षा योजना का लक्ष्य उन 1.5 लाख छात्रों को सहायता प्रदान करना है जो मैट्रिक परीक्षा के लिए सीखने में पिछड़ रहे हैं। कर्नाटक सरकार ने 2023-24 के बजट में शिक्षा विभाग को कुल 37,587 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो कुल व्यय का 11% है। इसके विपरीत, एनईपी 2020 भारत के समग्र श
शिक्षा से ही बदलाव होगा ......