भारत सरकार द्वारा 2020 में पेश की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020, 2023-2024 शैक्षणिक वर्ष के दौरान लागू हो गई है। एनईपी का लक्ष्य रटकर सीखने और कई शैक्षिक बोर्डों के बीच विसंगतियों जैसे लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों को संबोधित करके भारतीय शिक्षा प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव लाना है। एनईपी द्वारा लाए गए सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तनों में से एक एकल, केंद्रीकृत बोर्ड की स्थापना है जो सभी भारतीय छात्रों की शिक्षा की निगरानी करेगा। यह मौजूदा प्रणाली का स्थान लेगा, जो कई बोर्डों में विभाजित है, जिनमें से प्रत्येक का अपना पाठ्यक्रम और मूल्यांकन मानक हैं। नया बोर्ड एक समान पाठ्यक्रम विकसित करने के लिए जिम्मेदार होगा जो 21वीं सदी के लिए प्रासंगिक होगा और जो छात्रों को भविष्य के काम के लिए तैयार करेगा। एनईपी द्वारा शुरू किया गया एक और बड़ा बदलाव नया राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचा / रूपरेखा (एनसीएफ) है। एनसीएफ रचनात्मकता, जिज्ञासा और शिक्षण के वैकल्पिक रूपों पर जोर देता है। स्कूलों को व्यापक श्रेणी के पाठ्यक्रमों की पेशकश करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जिनमें उद्योग 4.0 उपकरण, रोबोटिक्स औ
शिक्षा से ही बदलाव होगा ......