राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारत में प्रवेश प्रक्रिया को कारगर बनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। वर्तमान में, छात्रों को सार्वजनिक और निजी विश्वविद्यालयों में विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए कई प्रवेश परीक्षाओं में शामिल होने के चुनौतीपूर्ण कार्य का सामना करना पड़ता है। यह प्रणाली अक्सर समय की कमी और वित्तीय बोझ जैसी चुनौतियों का सामना करती है। NEP का उद्देश्य राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित एकल प्रवेश परीक्षा को लागू करके इन मुद्दों का समाधान करना है। प्रवेश परीक्षा का प्रस्तावित ढांचा मानकीकृत सिद्धांतों, एकरूपता सुनिश्चित करने और उच्च गुणवत्ता वाले मूल्यांकन मानकों को बनाए रखने पर जोर देता है। NTA विज्ञान, मानविकी, भाषा कला और व्यावसायिक विषयों को कवर करने वाले विशेष सामान्य विषय परीक्षणों के साथ-साथ एक सामान्य योग्यता परीक्षा का संचालन करेगा। ये परीक्षाएं छात्रों की वैचारिक समझ और ज्ञान को प्रभावी ढंग से लागू करने की उनकी क्षमता का मूल्यांकन करेंगी। प्रवेश परीक्षा का प्रमुख पहलू स्नातक और स्नातकोत्
शिक्षा से ही बदलाव होगा ......