STEM एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) शिक्षा पर अपना ध्यान केंद्रित करने और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के कार्यान्वयन के कारण भारत वैश्विक सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में एक अग्रणी खिलाड़ी के रूप में उभरने की ओर अग्रसर है। एनईपी की बहु-विषयक एसटीईएम शिक्षा का दृष्टिकोण न केवल रचनात्मकता और सहयोग को बढ़ावा देता है बल्कि छात्रों को सेमीकंडक्टर क्षेत्र के लिए आवश्यक कौशल से भी लैस करता है, जो भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। 2021 में भारतीय सेमीकंडक्टर बाजार का मूल्य 23.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर और 2028 तक 80.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, भारत इस महत्वपूर्ण उद्योग में अपनी स्थिति मजबूत करने के जबरदस्त अवसर के शिखर पर खड़ा है। एनईपी कम उम्र से ही एसटीईएम शिक्षा की नींव रखकर, कुशल पेशेवरों की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करके इस क्षमता को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । नीति सेमीकंडक्टर क्षेत्र में अनुसंधान और विकास, विदेशी निवेश को आकर्षित करने और रोजगार के अवसर पैदा करने के महत्व
शिक्षा से ही बदलाव होगा ......